भारत में बाघों की घटती संख्या और उनके तेजी से होते शिकार को रोकने के लिए बाघों के संरक्षण का कार्यक्रम 1973 में प्रारंभ किया गया । बाघ वन्य जीवन की एक फ्लैगशिप प्रजाति है । अर्थात ऐसी प्रजाति जिसका संरक्षण करने से अन्य प्रजातियों तथा जैव विविधता का भी संरक्षण होता है।
आजादी के पहले से ही भारत में बाघों का बड़े स्तर पर शिकार होने के कारण उनकी संख्या तेजी से घटती चली गई ।बाघों के शिकार होने से पारिस्थितिकी तंत्र में भी व्यापक परिवर्तन आ जाता है और पारिस्थितिकी संतुलन बुरी तरीके से बिगड़ जाता है । इसलिए बाघों का संरक्षण अति महत्वपूर्ण हो गया और भारत सरकार ने बाघों के संरक्षण के लिए प्रोजेक्ट टाईगर अलग से विशेष प्रोजेक्ट प्रारंभ किया। भारत में अभी तक 52 टाइगर रिजर्व बनाए जा चुके हैं और हाल ही में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व भारत का 52 वा टाइगर रिजर्व है।
इस लेख के माध्यम से आपको रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त होगी, साथ ही बाघ संरक्षण के लिए चलाये जा रहे ‘प्रोजेक्ट टाइगर’, भारत में बाघों की संख्या ,बाग जनगणना और भारत में सभी टाइगर रिजर्व के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी।
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व | ramgarh vishdhari tiger reserve in hindi
रामगढ़ विषधारी वन्यजीव अभयारण्य को 16 मई 2022 को पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित कर दिया गया । अभी यह टाइगर रिजर्व भारत का 52 वां टाइगर रिजर्व बन गया है। वहीं यह राजस्थान का चौथा टाइगर रिजर्व भी बन गया है ।
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व की स्थापना वन्यजीव अभ्यारण के रूप में 1982 में बूंदी वन प्रभाग के एक भाग के रूप में हुई थी इसका गठन राजस्थान वन्य जीव और पक्षी संरक्षण अधिनियम 1951 के अंतर्गत किया गया । इस अभयारण्य का क्षेत्रफल 1071 वर्ग किलोमीटर है । यह टाइगर रिजर्व रणथंबोर नेशनल पार्क का बफर क्षेत्र भी है ।रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व का अधिकांश भाग राजस्थान के बूंदी जिले में पड़ता है । इसका कुछ भाग भीलवाड़ा और कोटा जिले में भी है।
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में वन्य जीव | wild animals in ramgarh vishdhari tiger reserve
इस टाइगर रिजर्व में वर्तमान में टाइगर, लियोपड, सांभर, चीतल, वाइल्ड बोर, चिंकारा, जंगली बिल्ली, नीलगाय आदि प्रमुख वन्य जीव पाए जाते हैं।
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राजस्थान में टाइगर रिजर्व | Tiger reserves of rajasthan
रणथंभौर टाइगर रिजर्व (सवाई माधोपुर, राजस्थान)
1957 में रणथंभौर को वन्यजीव अभयारण्य बनाया गया था। इसे वर्ष 1973-74 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व घोषित किया गया । रणथंभौर राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित एक बहुत ही सुंदर और दर्शनीय स्थल है । यह राजस्थान का सबसे बड़ा नेशनल पार्क भी है।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व को 1981 में नेशनल पार्क घोषित किया गया। पूर्व काल में है यह जयपुर के महाराजा का हटिंग ग्राउंड हुआ करता था । यहां रॉयल हंटिंग पार्टी आयोजित की जाती थी।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व बाघों को देखने के लिए सबसे सुंदर स्थल है अरावली और विंध्य पहाड़ियों के बीच में स्थित है। वही यह उत्तर में बनास नदी और दक्षिण में चंबल नदी के मध्य में स्थित है।
टाइगर रिजर्व | रणथंभौर टाइगर रिजर्व |
लोकेशन | सवाई माधोपुर, राजस्थान |
घूमने का समय | साम 6:00-7:00 pm |
महीने | अक्टुबर- अप्रैल |
सरिस्का टाइगर रिजर्व (अलवर, राजस्थान)
राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व पश्चिमी अरावली हिल्स पर स्थित है। राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व पश्चिमी अरावली हिल्स पर स्थित है। सरिस्का टाइगर रिजर्व लगभग 866 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यह शुष्क पतझड़ वनों से आच्छादित है जिसमें धूप, तेंदू, बबूल, बेर आदि वृक्ष पाए जाते हैं।
यहां वन्यजीवों में तेंदुआ, चिंकारा, नीलगाय, वाइल्ड बोर आदि प्रमुख रूप से पाए जाते हैं। यहां दो प्रमुख झीलें जयसमंद झील और सिलीसेर झील पाई जाती स्थित है
टाइगर रिजर्व | सरिस्का टाइगर रिजर्व |
लोकेशन | अलवर, राजस्थान |
घूमने का समय | morning 6-10am & evening 2-6pm |
महीने | अक्टुबर-फरवरी |
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (कोटा, राजस्थान)
कोटा से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व अपने पहाड़ी उच्चावच के कारण बहुत ही सुंदर और दर्शनीय स्थल है। आजादी से पहले यह कोटा के महाराजा का हंटिंग ग्राउंड अर्थात शिकार स्थल हुआ करता था। लगभग 200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले टाइगर रिजर्व के अंतर्गत darrah वन्यजीव अभयारण्य, जसवंत सागर वन्यजीव अभयारण्य और चंबल वन्य जीव अभ्यारण्य आते हैं। वर्ष 2013 में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी द्वारा इसे टाइगर रिजर्व के रूप में नामित किया गया । यह रणथंभौर और सरिस्का टाइगर रिजर्व के बाद राजस्थान का तीसरा टाइगर रिजर्व है।
टाइगर रिजर्व | मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व |
लोकेशन | कोटा, राजस्थान |
घूमने का समय | 10am-05 pm |
महीने | अक्टुबर-जून |
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व
इस टाईगर रिजर्व के बारे में लेख के शुरुवात में डीटेल में लिखा गया है ।
टाइगर रिजर्व | रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व |
लोकेशन | बूंदी, राजस्थान |
घूमने का समय | ———– |
महीने | ———– |
प्रोजेक्ट टाइगर
भारत में बाघों के संरक्षण के लिए भारत सरकार ने पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर का प्रारंभ किया । जिसका लक्ष्य बाघों का संरक्षण करना और उनकी संख्या को बढ़ाना है। प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत ही भारत में टाइगर रिजर्व का निर्माण किया जाता है। 1973 से लेकर 2022 तक 52 टाइगर रिजर्व घोषित किए जा चुके हैं। क्योंकि टाइगर एक फ्लैगशिप प्रजाति है जिसका संरक्षण करना पारिस्थितिकी और जैव विविधता के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है । ऐसी प्रजातियों के विलुप्त होने से संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता संकट में आ जाती है ।
नेशनल टाईगर कंजर्वेशन अथॉरिटी NTCA
प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व्स के मैनेजमेंट के लिए एनटीसीए का गठन वर्ष 2005 में टाइगर टास्क फोर्स की रिकमेंडेशन पर किया गया था।
एनटीसीए का गठन वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत किया गया है। एनटीसी के गठन के लिए 2006 में इस अधिनियम मैं संशोधन किया गया और नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी का गठन पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत किया गया।
टाइगर रिजर्व का निर्माण क्यों किया जाता है
टाइगर रिजर्व का निर्माण बाघों के स्वस्थाने/insitu संरक्षण के लिए किया जाता है । क्योंकि बाघ एक विशाल क्षेत्र पर निवास करते हैं । अपने भोजन के लिए शिकार पर निर्भर होते हैं । इसलिए इनको चिड़ियाघर जैसे कैपटिव में रखकर संरक्षित नहीं किया जा सकता । इनके संरक्षण के लिए संपूर्ण क्षेत्र को ही संरक्षित करना पड़ता है । टाइगर संरक्षण से संपूर्ण क्षेत्र की पारिस्थितिकी और जैव विविधता को भी संरक्षण प्राप्त होता है।
भारत के टाइगर रिजर्व
भारत में 1973 से 2022 तक 52 टाइगर रिजर्व स्थापित किए गए हैं
FAQ-
1. राजस्थान में वर्तमान में कितने टाइगर रिजर्व है?
उत्तर- राजस्थान में वर्तमान में चार टाइगर रिजर्व है – रणथमभौर, सरिस्का, मुकुंदरा हिल्स और रामगढ़ विषधारी
2. राजस्थान का चौथा टाइगर रिजर्व कब बना?
उत्तर- 16 मई 2022
3. राजस्थान में वर्तमान में कितने कंजर्वेशन रिजर्व है?
उत्तर- राजस्थान में वर्तमान में 14 कंजर्वेशन रिजर्व हैं
4.राजस्थान में बाघ परियोजना कितनी है 2021?
उत्तर- 4 (रणथंभौर, सरिस्का, मुकुंदरा हिल्स और रामगढ़ विषधारी )
5.राजस्थान में टाइगर प्रोजेक्ट कब प्रारंभ हुआ?
उत्तर- 1973, रणथंभौर टाईगर रिजर्व के निर्माण के साथ
6. राजस्थान में कितने राष्ट्रीय उद्यान है 2022?
उत्तर- 5 (केवलादेव, रणथमभौर, मुकुंदरा, सरिस्का, डेजर्ट राष्ट्रीय उद्द्यान)
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