केंद्र और राज्य सरकार अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य का खर्च वहन करती हैं । जिसमें उन्हें चिकित्सा पर भी खर्च हो खाते में भेज दिया जाता है । हाल के वर्षों में सूचना और संचार के क्षेत्र में तीव्र विकास होने के बाद कैशलैस ट्रीटमेंट की सुविधा देशभर में शुरू हो चुकी है । इसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य कर्मचारियों के लिए कैशलेस चिकित्सा योजना लांच की जिसके तहत राज्य के कर्मचारी और पेंशनरों को निजी अस्पतालों में भी कैशलेस चिकित्सा की सुविधा प्राप्त हो जाएगी (rajya karmchari cashless chikitsa yojana) ।
इस कैशलेस चिकित्सा की सुविधा से राज्य के कर्मचारियों को 5 लाख तक से के इलाज की सुविधा प्राप्त होगी जिसे वह कैशलेस पेमेंट के माध्यम से आधा कर सकते हैं । इस योजना से राज्य के लाखों कर्मचारी व पेंशनर लाभान्वित होंगे।
राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना 2022 क्या है?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 जुलाई 2022 को राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के लिए चिकित्सा योजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलैस उपचार योजना का शुभारंभ किया । इस योजना से राज्य की लगभग 22 लाख से अधिक कर्मचारी और पेंशनर तथा उनके परिवार के सदस्यों सहित 75 लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
इस योजना के तहत लाभार्थी राज्य कर्मचारी 1 वर्ष में 50 लाख तक स्वास्थ्य खर्च की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं । जो कैशलेस तरीके से अदा किया जाएगा । इस योजना का लाभ उठाने के लिए कर्मचारियों और पेंशनरों को एक यूनिक हेल्थ आईडी प्रदान किया जाएगा । यह सुविधा भी आयुष्यमान योजना के अंतर्गत रजिस्टर्ड अस्पतालों के माध्यम से ही दी जाएगी । सरकारी अस्पतालों से कर्मचारी असीमित कैशलैस ट्रीटमेंट करा सकते हैं।
राज्य कर्मचारियों को अच्छे विशेषज्ञों से इलाज कराने की सुविधा इस योजना से प्राप्त हो जाएगी जिससे अच्छे स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विस्तार राज्य में होगा। इसे भी पढ़ें– मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश
योजना | राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना rajya karmchari cashless chikitsa yojana |
सरकार | उत्तर प्रदेश सरकार |
वर्ष | 2022 |
लाभार्थी | सरकारी कर्मचारी और पेंसनर |
वेबसाइट | sects.up.gov.in/ |
लाभ | 50 लाख का स्वास्थ्य खर्च |
राज्य कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा
राज्य कर्मचारी और पेंशनरों को कैशलेस चिकित्सा प्रदान करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत की गई है । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट 2022-23 में इस योजना के लिए 100 करोड़ का बजट आवंटित किया है। योजना की 10 करोड़ की पहली किश्त सरकार ने जारी की है । प्रारंभ में योजना के लाभार्थी केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना में निर्धारित अस्पतालों से ही इलाज करा सकेंगे । कर्मचारियों को चाहिए कि यह समय से अपना और परिवार के सदस्यों का स्टेट हेल्थ आईडी कार्ड बनवा लें ।
राज्य कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी
rajya karmchari cashless chikitsa yojana का लाभ उत्तर प्रदेश के विभिन्न सरकारी और निजी चिकित्सालयों मेडिकल कॉलेजों आदि के माध्यम से प्रदान किया जाएगा । योजना का लाभ कर्मचारियों को यथाशीघ्र प्रदान करने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों के लिए 200 करोड़ का जिला अस्पतालों के लिए 100 करोड़ का कॉरपस फंड बनाया है । योजना के अंतर्गत लाभ देने के लिए सरकारी अस्पताल 50% खर्च करेंगे और 50% खर्च वित्त विभाग से दिया जाएगा । योजना से लगभग 30 लाख नागरिक लाभान्वित होंगे।
राज्य कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना का उद्देश्य
rajya karmchari cashless chikitsa yojana का उद्देश्य राज्य के वेतन भोगी और पेंशनर कर्मचारियों को आसान और निशुल्क चिकित्सा सुविधाएं कैशलेस तरीके से प्रदान करना है । इस योजना से कर्मचारी स्वास्थ्य खर्च के पक्ष में निश्चिंत हो सकते हैं। बढ़ती महंगाई और बीमारियों के इस दौर में निशुल्क चिकित्सा सुविधा से कर्मचारियों की आय के बड़े हिस्से की बचत होगी और अच्छा इलाज भी प्राप्त होगा।
योजना की विशेषताएं
- योजना उत्तर प्रदेश के राज्य के कर्मचारियों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान करती है ।
- कर्मचारी और उन पर आश्रित परिवार के सदस्यों को योजना का लाभ प्राप्त होगा ।
- योजना के तहत 1 वर्ष में 50 लाख तक का स्वास्थ्य खर्च प्राप्त होगा ।
- योजना के अंतर्गत कॉरपस फंड का निर्माण किया गया है, जिसका उपयोग बाधा रहित धनराशि प्रदान करने के लिए किया जाएगा ।
- हर कर्मचारी का स्टेट हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा जिससे उसकी पहचान की जाएगी ।
- चिकित्सा बिलों का संयोजन अस्पताल को प्रदान किए गए फंड से किया जाएगा ।
- चिकित्सा में जांच तथा आवश्यक दवाएं भी निशुल्क प्रदान की जाएंगी ।
उत्तर प्रदेश कर्मचारी स्टेट हेल्थ कार्ड
- इस योजना में प्रत्येक लाभार्थी कर्मचारी और पेंसनर के लिए सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश कर्मचारी स्टेट हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा ।
- स्टेट हेल्थ कार्ड में कर्मचारी के साथ-साथ उस पर आश्रित परिवार के सदस्यों का भी की भी जानकारी निहित होगी।
- कार्ड के निर्माण और प्रयोग में आने वाली शिकायतों और समस्या निवारण के लिए चिकित्सा विभाग ही जिम्मेदार होगा।
- कार्ड से प्राप्त खुफिया डाटा और चिकित्सा डेटा की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी विभाग की ही होगी।
उत्तर प्रदेश कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना की पात्रता
- योजना का लाभार्थी उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- लाभार्थी को उत्तर प्रदेश राज्य सरकार का कर्मचारी या पेंशनर होना चाहिए।
- लाभार्थी के पास आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध होने चाहिए।
- लाभार्थी को योजना के अंतर्गत स्टेट हेल्थ कार्ड बनवाना होगा ।
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी बीमा योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
- नियोजक विभाग का कर्मचारी प्रमाण पत्र ।
- आधार कार्ड ।
- आय प्रमाण पत्र ।
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र ।
- मोबाइल नंबर ।
- आयु प्रमाण पत्र ।
उत्तर प्रदेश कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना में आवेदन की प्रक्रिया
rajya karmchari cashless chikitsa yojana के अंतर्गत आवेदन करने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें –
- योजना की ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करें।
- अप्लाई फॉर स्टेट हेल्थ कार्ड बटन पर क्लिक करें ।
- फॉर्म भरे और सबमिट करें ।
- आपके फोन पर मैसेज प्राप्त होगा ।
- रिव्यू एप्लीकेशन पर जाकर जांच सकते हैं कि सब जानकारी ठीक है ।
- अगर ठीक नहीं है तो एडिट एप्लीकेशन पर जाकर ठीक करें और सबमिट करें ।
- यदि कोई आश्रित है तो ‘yes’ पर क्लिक कर उनके नाम जोड़े और नेक्स्ट करें ।
- आश्रितों की जानकारी भरें और फोटोग्राफ और आधार कार्ड अपलोड करें ।
- सबमिट करें ।
- एप्लीकेशन को प्रिंट कर लें।
- अब एप्लीकेशन अप्रूवल के लिए चली गई जाएगी ।
- अप्रूवल का s.m.s. प्राप्त होने पर स्टेट हेल्थ कार्ड के लिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया को इसी वेबसाइट से माध्यम से पूर्ण करें ।